हनुमान जयंती को भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
यह दिन भक्तों के लिए अटूट भक्ति, साहस और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करने का अवसर है।
इस दिन विशेष पूजा, व्रत, दान और मंत्र जाप से हनुमान जी की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
यहां ऐसे 20 कार्य बताए जा रहे हैं, जिन्हें हनुमान जयंती पर अवश्य करना चाहिए।
सुबह स्नान और पवित्रता
हनुमान जयंती पर सूर्योदय से पहले स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है।
शुद्ध जल से स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनें और मन, वाणी और कर्म में पवित्रता बनाए रखें।
नहाते समय हनुमान जी का स्मरण करें और “ॐ हुं हनुमते नमः” मंत्र का जाप करें।
यह तन और मन की पवित्रता का प्रतीक है। इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और दिनभर मन पूजा में लगा रहता है।

संकल्प लें
इस दिन किसी विशेष कार्य या व्रत का संकल्प लेना बहुत फलदायी होता है।
हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मन में दृढ़ संकल्प लें कि आप दिनभर नियमित व्रत रखेंगे और भक्ति भाव से पूजा करेंगे।
संकल्प के बिना किया गया कोई भी कार्य अधूरा माना जाता है, इसलिए भक्ति और विश्वास के साथ हनुमान जी की पूजा करने का निश्चय करें।
हनुमान मंदिर जाएं
हनुमान जयंती के दिन मंदिर जाकर हनुमान जी के दर्शन करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
मंदिर जाकर दीपक जलाएं, हनुमान चालीसा का पाठ करें और अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।
ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन हनुमान मंदिर में चोला चढ़ाने और दान करने से विशेष फल मिलता है।
हनुमान चालीसा का पाठ करें
हनुमान चालीसा का पाठ करने से न केवल जीवन के कष्ट दूर होते हैं, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक शक्ति भी मिलती है।
इस दिन कम से कम 11 या 108 बार हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए।
यह पाठ नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को दूर करने में विशेष सहायक होता है।
सुंदरकांड का पाठ करें
रामचरितमानस का सुंदरकांड हनुमान जी की लीलाओं से भरा पड़ा है।
इस दिन सुंदरकांड का पाठ करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में उन्नति होती है।
परिवार में सुख-शांति और समृद्धि के लिए यह पाठ बहुत कारगर माना जाता है।
राम नाम का जाप करें
हनुमान जी को भगवान श्री राम का परम भक्त माना जाता है, इसलिए इस दिन “श्री राम जय राम जय जय राम” मंत्र का जाप करने से विशेष लाभ मिलता है।
राम नाम का जाप करने से मन को शांति मिलती है और भक्ति की भावना प्रबल होती है।
बजरंग बाण का पाठ करें
बजरंग बाण हनुमान जी का एक शक्तिशाली स्तोत्र है, जिसका पाठ विशेष रूप से नकारात्मक ऊर्जा और शत्रु बाधाओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
इस दिन सुबह या शाम को स्नान करने के बाद दीपक जलाकर भक्ति भाव से बजरंग बाण का पाठ करें।
इसका पाठ करने से भय, शत्रु बाधा, बुरी नजर और नकारात्मक शक्तियां समाप्त होती हैं।
जिन लोगों को भय, चिंता या किसी भी तरह की मानसिक परेशानी है, उनके लिए यह पाठ अत्यंत लाभकारी है।
यह हनुमान जी की कृपा पाने का एक प्रभावी साधन है।
श्री हनुमान अष्टक का पाठ करें
हनुमान अष्टक का पाठ करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
यह स्तोत्र हनुमान जी की महिमा के वर्णन से भरा पड़ा है, जिसमें उनकी शक्ति, पराक्रम और कृपा का उल्लेख है।
इसे पढ़ने से व्यक्ति को आत्मविश्वास, साहस और निर्भयता प्राप्त होती है।
हनुमान जयंती के दिन इसे पढ़ने से विशेष लाभ होता है।
इस पाठ से नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
जो लोग बार-बार परेशानियों से घिरे रहते हैं उन्हें नियमित रूप से हनुमान अष्टक का पाठ करना चाहिए।
हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाएं
श्री हनुमान जी को सिंदूर और चमेली के तेल का विशेष प्रिय चोला चढ़ाने की परंपरा है।
हनुमान जयंती के दिन मंदिर जाकर उन्हें लाल चोला चढ़ाएं।
इस प्रक्रिया में सबसे पहले हनुमान जी की मूर्ति को स्नान कराया जाता है और सिंदूरी रंग का वस्त्र चढ़ाया जाता है।
इस अनुष्ठान को करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और खासकर मंगल की अशुभता समाप्त होती है।
जो लोग कोर्ट-कचहरी, नौकरी या अन्य बाधाओं से परेशान हैं उनके लिए यह उपाय बहुत कारगर माना जाता है।
हनुमान जी को भोग लगाएं
श्री हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें उनका प्रिय भोग लगाना चाहिए।
हनुमान जयंती के दिन बेसन के लड्डू, बूंदी, गुड़-चना, केले और मिश्री का भोग लगाना शुभ होता है।
यह प्रसाद चढ़ाने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
हनुमान जी को अर्पित करने के बाद इसे गरीबों, साधुओं और भक्तों में बांटना बहुत पुण्यकारी माना जाता है।
ऐसा करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
नारियल और लाल फूल चढ़ाएं
हनुमान जी को लाल फूल बहुत प्रिय हैं।
हनुमान जयंती के दिन उन्हें लाल गुड़हल या गुलाब के फूल चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है।
साथ ही नारियल चढ़ाने से बाधाएं दूर होती हैं। मंदिर में नारियल चढ़ाने से व्यक्ति के सभी संकट समाप्त होते हैं और शुभ फल प्राप्त होते हैं।
मान्यता है कि हनुमान जी को नारियल चढ़ाने से जीवन में स्थिरता आती है और व्यक्ति को कार्यों में सफलता मिलती है।
दीपक जलाएं
हनुमान जी के सामने घी या चमेली के तेल का दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है।
हनुमान जयंती पर हनुमान मंदिर में 5, 11 या 21 दीपक जलाने का विशेष महत्व है।
इससे घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
रात्रि में हनुमानजी के सामने दीपक जलाकर “श्री राम जय राम जय जय राम” मंत्र का जाप करना बहुत फलदायी होता है।
हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें
हनुमान जी के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति को अद्भुत शक्ति और आत्मविश्वास प्राप्त होता है।
इस दिन “ॐ हुं हनुमते नमः” या “ॐ रामदूताय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करना विशेष लाभकारी होता है।
मंत्रों के जाप से हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है और जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं।
जरूरतमंदों को दान करें
हनुमान जयंती पर गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र और धन दान करने से हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
इस दिन भोजन, वस्त्र और गौ सेवा का दान करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
दान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
बंदरों को भोजन कराएं
हनुमान जी बंदर के रूप में प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन बंदरों को गुड़-चना, केला या अन्य फल खिलाना बहुत पुण्यदायी होता है। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की हर संकट से रक्षा करते हैं।
घर में हनुमान कथा सुनें या सुनाएं
हनुमान जयंती के दिन घर में हनुमान कथा सुनने या सुनाने से बहुत शुभ फल प्राप्त होते हैं।
हनुमान जी के जन्म, बाल लीला, राम भक्ति और लंका विजय की कथा पढ़ने से भक्ति जागृत होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
रामायण का पाठ करें
हनुमान जी के आराध्य श्री राम हैं, इसलिए इस दिन रामायण, खासकर सुंदरकांड और अरण्यकांड का पाठ करना बहुत शुभ होता है।
इसका पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और हर तरह की परेशानी खत्म होती है।

अहिंसा और सत्य का पालन करें
हनुमान जी सत्य, सेवा और निस्वार्थ भक्ति के प्रतीक हैं।
इस दिन अहिंसा का पालन करना, किसी को नुकसान न पहुंचाना और झूठ बोलने से बचना बहुत जरूरी है।
अगर कोई व्यक्ति क्रोध, अहंकार या बुरी आदतों से ग्रसित है तो उसे इस दिन इन बुरी आदतों को छोड़ने का संकल्प लेना चाहिए।
भगवा ध्वज या पताका स्थापित करें
भगवा ध्वज वीरता और भक्ति का प्रतीक है।
हनुमान जयंती के दिन अपने घर, मंदिर या किसी भी धार्मिक स्थल पर भगवा ध्वज स्थापित करना शुभ माना जाता है।
इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है।
सात्विक भोजन ग्रहण करें
इस दिन सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।
मांस-मदिरा, प्याज-लहसुन और तामसिक भोजन से परहेज करें।
फल, दूध, गुड़-चना और सात्विक भोजन का सेवन करने से तन-मन शुद्ध होता है और हनुमान जी की कृपा मिलती है।
निष्कर्ष
हनुमान जयंती के दिन किए जाने वाले ये 20 काम हनुमान जी की कृपा दिलाते हैं।
यह दिन भक्तों के लिए साहस, भक्ति और सेवा का संदेश लेकर आता है।
इन उपायों से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, परेशानियों से मुक्ति मिलती है और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।
अगर भक्ति और विश्वास के साथ हनुमानजी की पूजा की जाए तो भक्तों को अपार शांति और आत्मविश्वास मिलता है।