चैत्र नवरात्री न केवल उपवास और पूजा का समय है, बल्कि यह घर को शुभ और सकारात्मक ऊर्जा से भरने का भी अवसर है। यहाँ 20 सरल और सुंदर आरंभिक देखभाल के उपाय दिए गए हैं:
चैत्र नवरात्री में गृह सजावट के 20 अप सरल उपाय
प्रवेश द्वार की आरंभिक सजावट
घर के मुख्य दरवाजे पर सामान्य या अशोक के पत्तों से बना बंधन डालें।
रंगोली के जरिए दरवाजे के आस-पास सजावट करें।
पूजा कक्ष की तैयारी
देवी मां की मूर्ति या चित्र को सवारिक कपड़े में ढक दें।
पूजा कक्ष को ताजा फूलों से सजाएं, जैसे के गेंदे और गुलाब।
कलश स्थापना
चांदी या तांबे का कलश प्रयोग करें और इसे सामान्य पत्तियों और नारियल से सजाएं।
कलश के चारों ओर फूलों की माला पहनाएं।
यह पढ़े:- कलश स्थापना कैसे करें
दीये और प्रकाश
घी और तेल के दिए प्रज्वलित करें और उन्हें पूरे घर में रखें।
एलईडी बल्ब या फेयरी लाइट्स का प्रयोग करें।
मंदिर की आभूषण
मंदिर में सुर्ख और पीले वस्त्र फैलाए जाएं।मूर्तियों पर फूलों के माला लगाए जाएं।
फूलों का इस्तेमाल
घर के हर कोने में ताजा फूलों के गुच्छे रखें।फूलों की हार से खिड़कियों और दीवारों को सजाएं।
चैत्र नवरात्री में बनाये रंगोली
हर दिन सुबह दरवाजे पर रंगोली बनाएं।
रंगोली में सुर्ख, पीला और सफेद रंग का इस्तेमाल करें।
प्राकृतिक सामग्री का उपयोग
आभूषण के लिए बांस की टोकरी, मिट्टी के बर्तन और नारियल की सिलें का उपयोग करें।
पवित्र ध्वनि
घर में घंटी, शंख, और करताल की ध्वनि से वातावरण को पवित्र बनाएं।
सफाई
चैत्र नवरात्रि की शुरुआत से पहले पूरे घर का सफ़ाई करें।
फर्श को गंगाजल या गोमूत्र से शुद्ध करें।
पवित्र ध्वज
चैत्र नवरात्री नहीं हमें छत पर नारंगी या लाल रंग का झंडा लगाएं रखना चाहिए ।
घर का मुख्य अंग
सीटिंग या बैठक क्षेत्र को पत्नियों और कुशनों से सजाएं।
लाल और हल्के पीले रंग के कपड़े का चयन करें।
पवित्र जल का छिड़काव
प्रतिदिन घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
अन्न और दीपक की आभूषण
पूजा स्थल पर अनाज (जैसे चावल या गेहूं) से डिजाइन बनाएं।
अनाज के आसपास दीपक रखें।
दीवार की सजावट
देवी माँ के मंत्रों वाले दीवार पेंटिंग लगाएं।
ट्रेडिशनल पेंटिंग्स का इस्तेमाल करें।
हवन कुंड की सजावट
हवन कुंड के चारों ओर फूल और पत्तों से सजाएं।
इसे लाल कपड़े से ढकें।
परिवार के सहभागिता
बच्चों को संयोजन में जोड़ें, जैसे कि रंगोली या दिवे सजाना।
सुगंधित माहौल
चंदन, गुलाब, या केवड़ा की धूप जलाएं।
घर में कपूर का धुंआ करें।
वास्तु के मुताबिक संयोजन
देवी मां का मुख पूर्व या उत्तर-पूर्व की दिशा में रखें।
पूजा स्थल को घर के केंद्र में रखें।
सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखें
संयोजन के साथ-साथ मन को भी सकारात्मक रखें।
नवरात्रि के समय भजन और कीर्तन करें।
इन 20 सुझावों से चैत्र नवरात्री में आपका घर न केवल सुंदर लगेगा, बल्कि आध्यात्मिक ऊर्जा से भी भर जाएगा।