पिछले अंक में आपने जाना अश्विनी और भरनी नक्षत्र के बारे में, अगले ३ नक्षत्र है कृतिका , रोहिणी और मृगशिरा |
इस अंक में जानेगे अगले ३ नक्षत्रो के देव, पर्सनालिटी, करियर, प्रसिद्ध व्यक्ति और व्यवहार के बारे में |
कृतिका नक्षत्र
कृतिका नक्षत्र, नक्षत्रों की श्रेणी में तीसरा नक्षत्र है। कृतिका नक्षत्र को चाकू से भी दर्शाया जाता है।
इनके मन में कभी-कभी आंधी जैसे विचार आते हैं, जैसे किसी पर गुस्सा आए तो झगड़ा या हिंसा तक करने का सोच सकते हैं।
गुस्से में इनके दिमाग में कई बार नकारात्मक ख्याल आते हैं।
आइए जानते हैं इनके देवता अग्नि देव हैं, जिसके कारण इनके स्वभाव में अग्नि जैसी तीव्रता देखी जाती है।
जैसे आग कहीं भी लगती है, तो तेजी से फैलती है, वैसे ही ये किसी भी क्षेत्र में हाथ आजमाते हैं, तो बहुत तेजी से प्रगति करते हैं। हालांकि, जल्दी ही इस काम में रुचि खो बैठते हैं।
कृतिका नक्षत्र – लक्षण और स्वभाव:
- कटार जैसी जुबान:
ये जातकों की जुबान कैंची जैसी होती है। यदि उन्हें किसी बात का बुरा लगे तो वे इतनी कड़वी बात बोल सकते हैं कि सुनने वाले के कान तक दुखने लगें। - बातचीत में रुकावट डालना:
इनके स्वभाव में यह भी देखा गया है कि ये अक्सर बातचीत के बीच में टोकना शुरू कर देते हैं। - सूर्य देव स्वामी:
इन के स्वामी सूर्य देव हैं, इसलिए इन्हें हमेशा शाही स्वभाव का माना जाता है। इन्हें अच्छे जीवनशैली और आकर्षक दिखने का बहुत शौक होता है।
कृतिका नक्षत्र – साहसी और लोकप्रिय:
आप इन्हें बहुत साहसी पाएंगे। कोई नया काम हो या अनजान व्यक्ति से मिलना हो, ये तुरंत उसमें कूद पड़ते हैं। यही वजह है कि ये लोकप्रिय भी हो जाते हैं।
इसके अलावा इन जातकों को “Blessing in Disguise” का प्रतीक माना जाता है। जब बाकी लोग किसी समस्या को बड़ी मुश्किल मानते हैं, तो ये उसमें सुधार ढूंढ लेते हैं।
स्वास्थ्य:
इन को अपने दांतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अक्सर ये दांतों की समस्याओं से परेशान रहते हैं। इनके चेहरे पर दाग, पिंपल्स या रैशेज जैसी समस्याएं भी देखी जाती हैं।
प्रसिद्ध व्यक्ति:
कृतिका नक्षत्र से संबंधित कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति हैं इंदिरा गांधी और शाहरुख खान।
रोहिणी नक्षत्र
चौथे नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा हैं, और यह बैलगाड़ी द्वारा दर्शाया जाता है। इसके देवता ब्रह्मा जी हैं। रोहिणी नक्षत्र के जातक जीवन में हमेशा राजा या रानी की तरह जीना चाहते हैं। इन्हें आरामदायक और भव्य जीवन बहुत पसंद है। बचपन से ही उनकी इच्छाएं भौतिक चीजों की तरफ ज्यादा होती हैं।
रोहिणी नक्षत्र की कहानी:
चंद्रमा ने 27 नक्षत्रों से विवाह किया था, लेकिन वह अधिकतर समय रोहिणी के साथ बिताते थे। चंद्रमा का सबसे अधिक प्रेम रोहिणी से था।
रोहिणी नक्षत्र – लक्षण और स्वभाव:
- सुंदरता और आकर्षण:
रोहिणी नक्षत्र के जातक देखने में बहुत सुंदर और आकर्षक होते हैं। इनका स्वभाव भी बहुत प्यारा होता है। वे खुद को सुंदर और व्यवस्थित बनाए रखना पसंद करते हैं। - भावुक और संवेदनशील:
चंद्रमा के स्वामी होने के कारण ये लोग बहुत भावुक और संवेदनशील होते हैं। ये अपने दिल की बात अक्सर नहीं कहते, लेकिन दूसरों को अपनी बातों और मीठे स्वभाव से आकर्षित कर लेते हैं। - सामाजिक और सहायक:
इनका स्वभाव ऐसा होता है कि ये किसी के साथ भी आसानी से काम कर सकते हैं। इनकी बातचीत और व्यक्तित्व दूसरों को प्रभावित करती है।
शौक और आदतें:
रोहिणी नक्षत्र के जातक बड़ी चीजों का शौक रखते हैं, जैसे बड़ा घर, गाड़ी या बंगला।
नकारात्मक पक्ष:
इनका भावुक और संवेदनशील स्वभाव कभी-कभी इन्हें कमजोर बना सकता है।
विशेषताएं :
- चालाक और प्रभावशाली:
ये लोग अपनी बातों में बहुत चालाक हो सकते हैं। यह समझ पाना मुश्किल होता है कि वे आपको कब भावनाओं में उलझा रहे हैं और कब तर्कसंगत बात कर रहे हैं। - दिलों पर राज करना:
रोहिणी नक्षत्र के लोग दिलों से खेलना और दिलों पर राज करना अच्छी तरह जानते हैं। - कला और सौंदर्य प्रेमी:
इन्हें कला, संगीत और सौंदर्य बहुत आकर्षित करते हैं। यह लोग अच्छे कलाकार बन सकते हैं या ग्लैमर और सोशल मीडिया की दुनिया में सफलता पा सकते हैं। - वित्तीय मामलों में दक्ष:
वित्तीय मामलों पर इनकी पकड़ बहुत अच्छी होती है, इसलिए वे इस क्षेत्र में भी अच्छा कर सकते हैं।
प्रसिद्ध व्यक्तित्व:
इस नक्षत्र से जुड़ी एक प्रसिद्ध हस्ती हैं ऐश्वर्या राय बच्चन।
मृगशिरा नक्षत्र
मृगशिरा नक्षत्र का प्रतीक हिरण का सिर है, इसका स्वामी ग्रह मंगल है और इसके देवता चंद्रमा हैं।
विशेषताएं और स्वभाव:
- तेजी से संबंध बनाना: मृगशिरा नक्षत्र के जातक जल्दी ही दूसरों से जुड़ जाते हैं। इनकी संवाद शैली अद्भुत होती है।
- विदेश से जुड़ाव: इनके जीवन में विदेशी संबंध या विदेश में बसने की संभावना होती है।
- शिक्षा में रुकावट: इनकी पढ़ाई में किसी न किसी कारण से रुकावट आ सकती है, लेकिन 30 वर्ष की आयु के बाद इनका करियर और व्यवसाय स्थिर होने लगता है।
स्वास्थ्य:
मृगशिरा नक्षत्र के जातकों को रक्त संबंधी समस्याएं या पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। इन्हें थायरॉइड की समस्या होने की संभावना भी रहती है।
मृग तृष्णा का प्रभाव:
इन जातकों के जीवन में इच्छाओं का पीछा करते रहने का स्वभाव होता है। जैसे हिरण अपनी नाभि में स्थित कस्तूरी को ढूंढता रहता है, वैसे ही ये भी अपनी इच्छाओं के पीछे भागते रहते हैं।
इनके लिए आध्यात्मिकता अपनाना और अपनी आंतरिक आत्मा को समझना बहुत फायदेमंद होता है।
धन का महत्व:
ये लोग धन केंद्रित रहते हैं। 24 घंटे इनके मन में यही चलता रहता है कि पैसा कहां से आएगा और कितनी जगहों से आ सकता है।
संबंध और परिवार:
इनका साथी प्रभावशाली स्वभाव का होता है लेकिन उनके प्रति वफादार रहता है। इनकी बेटियां बहुत बुद्धिमान और अपने लक्ष्य को पाने के लिए समर्पित होती हैं। हालांकि, कभी-कभी अधीरता के कारण वे गलत निर्णय ले सकती हैं।
प्रसिद्ध व्यक्तित्व:
मृगशिरा नक्षत्र में जन्मे प्रसिद्ध व्यक्ति हैं डॉ. राजेंद्र प्रसाद, भारत के पहले राष्ट्रपति।
निष्कर्ष:
इस अंक में आपने जाना कृतिका , रोहिणी और मृगशिरा नक्षत्र के बारे में है |
अधिक जानकारी के लिए : कृतिका , रोहिणी और मृगशिरा